Sarkari Teacher Kaise Bane | सरकारी टीचर कैसे बने, जानिए विस्तार से

Sarkari Teacher Kaise Bane – वर्तमान समय में सभी लोग सरकारी नौकरी की तलाश में है और सरकारी नौकरी पाने के लिए लगातार तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में कुछ लोग सरकारी टीचर बनने के लिए भी तैयारी कर रहे हैं। अब जो लोग सरकारी टीचर बनना चाहते हैं वह लोग Sarkari Teacher Kaise Bane के बारे में जरूर जानना चाहते होंगे। ताकि उन्हें पता चल जाए कि सरकारी टीचर बनने के लिए तैयारी कैसी करनी पड़ती है और कैसे आसानी से एक सफल सरकारी टीचर बना जा सकता है। 

सरकारी टीचर बनने के लिए तैयारी करने वाले सभी लोगों के लिए यह आर्टिकल काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। इस आर्टिकल में सभी लोगों को विस्तार से बताया जाएगा कि एक सरकारी टीचर बनने के लिए क्या करना होता है और अपनी तैयारी किस तरह करनी होती है। जो लोग सरकारी टीचर कैसे बने से संबंधित जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं वही आर्टिकल को पूरा अवश्य पढ़ें।

 Sarkari Teacher Kaise BaneOverview

Name of ArticleSarkari Teacher Kaise Bane
Name of PostSarkari Teacher (Government Teacher)
Eligibility12th Pass for Primary Teacher
Graduate for Higher Secondary Teacher
Apply ProcessOnline
Year2023
SalaryRs. 25,000 to Rs.40,000

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Table of Contents

सरकारी टीचर कौन होता है?

Teacher Kaise Bane

भारत कू हर राज्य में और लगभग हर गांव में सरकार द्वारा सरकारी स्कूल खोले गए हैं। ताकि बच्चों को फ्री में शिक्षा दी जा सके और उनको शिक्षित बनाया जा सके। अब जो लोग उसे सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाते हैं उन्हें सरकारी टीचर कहा जाता है। सरकारी टीचर को पढाने के बदले तनख्वाह सरकार द्वारा मिलता है। 

सरकारी टीचर की नियुक्ति भी सरकार ही करती है। सरकार द्वारा सरकारी टीचर की नियुक्ति करने के लिए परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इस परीक्षा में जो लोग पास होते हैं उन्हें ही सरकारी शिक्षक बनाया जाता है। सरकारी शिक्षकों को प्रथम कक्षा से लेकर दसवीं कक्षा तक के बच्चों को पटाने का मौका मिलता है। 

सरकारी टीचर के काम | Sarkari Teacher Job Responsbility

सरकारी टीचर का मुख्य काम सरकारी स्कूलों में पढ़ना होता है। लेकिन इन्हें समय के साथ और जरूरत के अनुसार सरकार की और भी कई काम करने पड़ते हैं। आइए हम आपको सरकारी टीचर के द्वारा किए जाने वाले सभी कार्यों के बारे में विस्तार से समझाने का प्रयास करते हैं। 

  • सरकारी टीचर का मुख्य कार्य स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चों को ठीक तरह से पढ़ना होता है। 
  • इसके अलावा शिक्षकों की यह भी ड्यूटी होती है कि वह स्कूल में आने वाले सभी बच्चों का अच्छी तरह ध्यान रखें। 
  • किसी भी बच्चे को अगर परेशानी होती है तो उसकी समस्या को तुरंत शिक्षक द्वारा दूर की जानी चाहिए। 
  • जहां भी बच्चों को गलत संदेश मिल रहा है वहां टीचर का यह कर्तव्य बनता है कि वह बच्चों को गलत संदेश की जगह पर सही संदेश दें। 
  • जरूरत पड़ने पर सरकार द्वारा सरकारी टीचर को जनगणना का कार्य भी दिया जाता है। 
  • इसके अलावा सरकारी टीचर को घूम-घूम कर मतदाता सूची में भी नाम जोड़ना होता है। 

गवर्नमेंट टीचर बनने के लिए क्या जरूरी है

अगर आप सरकारी टीचर बनना चाहते हैं और उसके लिए तैयारी कर रहे हैं। तो इस क्रम में आपको कुछ आवश्यक बातों का ध्यान रखना होगा। आइए हम आपको उन आवश्यक बातों से रूबरू कराते हैं। ताकि आप इन बातों को ध्यान में रखकर एक सफल सरकारी टीचर जल्द बन सके। 

  • सरकारी टीचर बनने के लिए आपके पास बीएड की डिग्री होनी आवश्यक है। अगर आपके पास भीड़ की डिग्री नहीं रहती है तो आप सरकारी टीचर बनने की योग्य नहीं है। इसीलिए सबसे पहले आप b.ed की डिग्री प्राप्त करें। 
  • इसके बाद आप अपनी तैयारी को लगातार जारी रखें। आप कोशिश करें कि हर समय आप नई-नई चीजों को सीखे और लगातार अपनी पढ़ाई को जारी रखें। ताकि आप ज्यादा से ज्यादा जानकारी एकत्र कर सके और शिक्षक के रूप में अपने आप को तैयार कर सकें। 
  • इसके बाद आपको लांच होने वाले नए-नए पोर्शन के बारे में जानकारी लेनी है। अपने आप को उस नई पोर्शन के अंतर्गत तैयार करना है। ताकि जब आप शिक्षक बने तो आपको यह पोर्शन पढ़ने में कोई तकलीफ ना हो। 
  • अगर आप एक दो बार टीचर के लिए परीक्षा देते हैं और उसमें असफल होते हैं। तो ऐसे हालात में आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है। आप तैयारी जारी रखें और हर बार परीक्षा देते रहे। जिस दिन आपकी मेहनत रंग लाएगी आपको बहुत खुशी होगी। इसलिए जब तक आप सरकारी टीचर बना जाए आप हार ना माने। 
  • टीचर बनने के क्रम में आपको इस बात का ध्यान रखना होता है कि आप हर सब्जेक्ट की पढ़ाई करें। यह आपके लिए बेहद आवश्यक है। जब आप टीचर बनने के लिए परीक्षा देने जाएंगे तो वहां पर आपसे हर सब्जेक्ट से क्वेश्चन किया जाएगा। इसलिए आप सभी सब्जेक्ट को मजबूती से तैयार करें और हर एक क्वेश्चन का जवाब देने के लिए अपने आप को सक्षम बना ले। 

सरकारी टीचर की योग्यता | Eligibility for Sarkari Teacher

सरकारी टीचर बनने वाले सभी उम्मीदवारों के पास कुछ खास योग्यताएं होनी आवश्यक है। आइए हम आपको बताते हैं कि जो सरकारी टीचर बनना चाहते हैं उनके पास कौन-कौन सी खास योग्यताएं होनी जरूरी है। 

Educational Qualification for Sarkari Teacher

सरकारी टीचर बनने के लिए किसी भी उम्मीदवार के पास स्नातक की डिग्री होनी आवश्यक है और उसके बाद b.ed की भी डिग्री होनी आवश्यक है। बीना b.ed की डिग्री की कोई भी उम्मीदवार सरकारी टीचर बनने के लिए परीक्षा में नहीं बैठ सकता है। इसलिए सभी उम्मीदवारों को पहले किसी भी सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन पास करना है। 

उसके बाद उन्हें b.ed कोर्स कंप्लीट करना है। b.ed कोर्स कंप्लीट करने के बाद सभी उम्मीदवार परीक्षा देने के योग्य हो जाएंगे। उसके बाद परीक्षा पास कर सरकारी टीचर के रूप में उम्मीदवार नियुक्त हो सकते हैं। लेकिन इतना ध्यान रखना अति आवश्यक है कि किसी भी उम्मीदवार को शिक्षक बनने के लिए b.ed कोर्स करना ही होगा। 

Age Limit for Sarkari Teacher 

सरकारी टीचर बनने के लिए न्यूनतम उम्र सीमा 21 वर्ष तय की गई है। जिन उम्मीदवारों की उम्र 21 साल से ज्यादा हो चुकी है वह सरकारी टीचर बनने के लिए परीक्षा में बैठ सकते हैं। इसके अलावा उनकी अधिकतम उम्र 37 वर्ष तक होनी चाहिए। 37 वर्ष से ज्यादा की उम्मीदवार शिक्षक बनने के लिए परीक्षा में नहीं बैठ सकते हैं। सरकार द्वारा आरक्षण की अंतर्गत कुछ खास वर्ग की लोगों को छूट दी जाती है। 

General37 वर्ष
OBC40 वर्ष
SC/ST42 वर्ष 

Sarkari Teacher Kaise Bane | सरकारी टीचर कैसे बने

अगर आप एक सफल Government Teacher बनना चाहते हैं। तो आइए हम आपको नीचे स्टेप बाय स्टेप विस्तार पूर्वक समझते हैं कि आप कैसे एक सरकारी टीचर बन सकते हैं और बच्चों को शिक्षा दे सकते हैं। 

  • सरकारी टीचर बनने के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से दसवीं की परीक्षा पास करनी है। आपको इस बात का ध्यान रखना है कि दसवीं की परीक्षा में आपको 50% से ज्यादा अंक लाने है। 
  • उसके बाद आपको अपने मनपसंद स्ट्रीम का चुनाव करना है और किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं पास करनी है। आप 12वीं में साइंस आर्ट्स या फिर कॉमर्स किसी भी स्ट्रीम से अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं 
  • 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद आपको अपने मन पसंदीदा सब्जेक्ट का चुनाव कर ग्रेजुएशन कंप्लीट करना है। ग्रेजुएशन में भी आपके नंबर 50% से अधिक आने चाहिए। 
  • उसके बाद आपको b.ed की पढ़ाई पूरी करने के लिए किसी ऐसे कॉलेज में नामांकन लेना है जहां पर B.Ed की पढ़ाई चलती हो। अब आपको b.ed की पढ़ाई कंप्लीट करनी है और उसका सर्टिफिकेट प्राप्त करना है। 
  • फिर आपको शिक्षक बनने के लिए तैयारी शुरू कर देनी है और लगातार अलग-अलग तरह के सवालों की प्रैक्टिस करनी है। 
  • अब आपको शिक्षक बनने के लिए जरूरी परीक्षा में बैठने के लिए आवेदन करना है। 
  • फिर निर्धारित तारीख को परीक्षा में जाकर बैठना है और सभी सवालों का सही जवाब देना है। 
  • अगर आप एग्जाम क्लियर कर लेते हैं और आपके मार्क्स उतना आता है कि आपको एक शिक्षक बनाया जा सके। तो आपको एक सरकारी शिक्षक के रूप में नियुक्त किया जा सकता है। 

PGT और TGT क्या है? 

पीजीटी और टीजीटी दो अलग-अलग तरह की परीक्षाएं हैं। जो उम्मीदवार इन परीक्षाओं को पास करते हैं उन्हें अलग-अलग वर्ग के बच्चों को पढाने का मौका दिया जाता है। आइए हम नीचे आपको विस्तार से समझते हैं कि पीजीटी और टीजीटी असल में होता क्या है। 

PGT

जो उम्मीदवार पीजीटी परीक्षा को क्लियर करते हैं और इसके अंतर्गत सरकारी शिक्षक बनते हैं। उन्हें सरकार द्वारा 9वी से 12वीं तक के बच्चों को पढ़ने के लिए नियुक्त किया जाता है। ऐसे शिक्षक ग्रेजुएशन के बाद पोस्ट ग्रेजुएट और उसके बाद b.ed की डिग्री प्राप्त करते हैं। इसके अलावा यह टीचर अगर चाहे तो पहले b.ed का कोर्स कर फिर बाद में पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं। 

इन लोगों की नियुक्ति खासकर हाई स्कूल के बच्चों को पढ़ने के लिए ही की जाती है। पीजीटी का फुल फॉर्म पोस्ट ग्रेजुएट टीचर होता है। इसी से साफ मतलब पता चलता है कि इसके अंतर्गत वहीं शिक्षक आते हैं जो पोस्ट ग्रेजुएशन कंप्लीट कर चुके हैं। 

TGT

टीजीटी का फुल फॉर्म Trained Graduate Teacher होता है। ऐसे शिक्षक ग्रेजुएशन के बाद b.ed की कोर्स कंप्लीट करते हैं। जो उम्मीदवार इस परीक्षा को पास कर सरकारी शिक्षक के पद पर नियुक्त होते हैं। उन्हें सरकार द्वारा 6वी से आठवीं तक के बच्चों को पटाने का मौका दिया जाता है। 

टीजीटी के एग्जाम में सिर्फ वही लोग बैठ सकते हैं जो ग्रेजुएशन के साथ-साथ b.ed का कोर्स कंप्लीट कर चुके हैं। जिनके पास बीएड की डिग्री नहीं है वह इस एग्जाम में नहीं बैठ सकते हैं और शिक्षक की नौकरी नहीं प्राप्त कर सकते हैं। 

Exam for Sarkari Teacher | सरकारी टीचर बनने के लिए एग्जाम

सरकार द्वारा सरकारी शिक्षकों की भर्ती करने के लिए अलग-अलग तरह के परीक्षाओं को आयोजित किया जाता है। अलग-अलग तरह की परीक्षाओं को पास करने वाले उम्मीदवारों को अलग-अलग कक्ष में पढ़ाने की अनुमति मिलती है। आइए हम आपको सभी परीक्षाओं के बारे में विस्तार से समझते हैं और बताते हैं कि किसी परीक्षा को पास कर आप किस वर्ग के बच्चों को पढ़ा सकते हैं। 

CTET (Central Teacher Eligibility Test)

CTET एक तरह की परीक्षा है जिसे सीबीएसई बोर्ड के द्वारा साल में दो बार आयोजित की जाती है। जो भी उम्मीदवार शिक्षक बनना चाहते हैं वह इस परीक्षा को दे सकते हैं और शिक्षक की नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। इस परीक्षा को पेपर 1 और पेपर 2 के तहत दो भागों में बांटा गया है। 

जो उम्मीदवार कक्षा 1 से पांचवी तक के बच्चों को पढ़ना चाहते हैं वह पेपर वन के लिए तैयारी करें और जो बच्चे 6 से आठवीं तक के बच्चों को पढ़ना चाहते हैं वह पेपर 2 की तैयारी करे। इसके अलावा जो उम्मीदवार एक से आठवीं तक के बच्चों को पढ़ना चाहते हैं वह इस परीक्षा की दोनों पेपर की तैयारी एक साथ कर सकते हैं। सीबीएसई बोर्ड द्वारा इस परीक्षा के दोनों पेपर को एक ही दिन लिया जाता है। पहला पेपर का आयोजन पहली मीटिंग में और दूसरे पेपर का आयोजन दूसरी मीटिंग में की जाती है। 

ताकि सभी उम्मीदवारों को परीक्षा देने में आसानी हो और वह एक ही दिन अपने दोनों परीक्षा को दे सके। जो उम्मीदवार दोनों परीक्षा दिए हैं और उनका एक परीक्षा निकलता है तो वह सिर्फ इस परीक्षा के अंतर्गत आने वाले कक्षा के बच्चों को पढ़ सकते हैं। लेकिन जिन लोगों का दोनों परीक्षा निकाल चुका है वह लोग एक से लेकर आठवीं तक के बच्चों को पढ़ सकते हैं। 

TET (Teacher Eligibility Test)

इस परीक्षा का आयोजन राज्य सरकार के द्वारा किया जाता है। जब राज्य में शिक्षकों की कमी महसूस होती है तो राज्य सरकार शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिए इस परीक्षा को आयोजित करती है। इस परीक्षा में भी दो पेपर होते हैं और सरकार के द्वारा दो परीक्षाएं एक साथ आयोजित की जाती है। अगर उम्मीदवार चाहे तो एक पेपर के लिए या फिर दोनों पेपर के लिए आवेदन कर सकते हैं। 

जो उम्मीदवार पेपर वन की परीक्षा क्लियर करते हैं उन्हें सरकारी स्कूल में पहले से पांचवी तक के बच्चों को पटाने का मौका सरकार द्वारा दिया जाएगा। जो उम्मीदवार पेपर 2 को क्लियर करते हैं उन्हें सरकार छठे से आठवीं क्लास तक के बच्चों को पढ़ने के लिए शिक्षक के पद पर नियुक्त करेगी। इसके अलावा जो इस परीक्षा के तहत दोनों पेपर को क्लियर करते हैं उन उम्मीदवारों को सरकार द्वारा पहले से लेकर आठवीं तक के बच्चों को पढाने की अनुमति दी जाएगी। 

अगर कोई उम्मीदवार चाहे तो सिर्फ पेपर वन का परीक्षा देने के लिए आवेदन कर सकता है। इसके अलावा जो उम्मीदवार सिर्फ पेपर दो की परीक्षा को देना चाहता है वह सिर्फ पेपर 2 का परीक्षा देने के लिए ही आवेदन कर सकता है। जो लोग दोनों परीक्षा देना चाहते हैं वह दोनों परीक्षा भी दे सकते हैं और एक से आठवीं तक के बच्चों को पढाने का मौका पा सकते हैं। 

D.El.Ed (Diploma in Elementory Exam)

जो लोग शिक्षक बनना चाहते हैं वह 12वीं के बाद D.El.Ed कोर्स कर सकते हैं। D.El.Ed का फुल फॉर्म डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन होता है। इस कोर्स को करने का मतलब आप एजुकेशन से डिप्लोमा कर रहे हैं। यह कोर्स 2 सालों का होता है और इसे 4 सेमेस्टर में बांटा गया है। हर सेमेस्टर 6 महीने का होता है और आपको हर सेमेस्टर के अंतर्गत परीक्षा देना होता है। 

जब आप चारों सेमेस्टर का परीक्षा दे देंगे और आप चारों सेमेस्टर की परीक्षा में पास हो जाएंगे। तब आपको कॉलेज द्वारा सर्टिफिकेट दिया जाएगा और आपकी D.El.Ed कोर्स कंप्लीट होगी। इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवार को 12वीं पास होनी आवश्यक है। 

इसके अलावा यह कोर्स सिर्फ वही लोग कर सकते हैं जो 12वीं में 50% से ज्यादा अंक लाए हैं। इसलिए अगर आप 12वीं के बाद इस कोर्स को करना चाहते हैं। तो 12वीं की तैयारी ठीक से करें और उसके परीक्षा में 50% से ज्यादा अंक लाए। तभी आप यह कोर्स करने के लिए नामांकन ले सकते हैं और इस कोर्स को कंप्लीट कर सकते हैं। 

12वीं के बाद सरकारी टीचर कैसे बने

अगर आप 12वीं की परीक्षा ठीक तरह से पास कर चुके हैं और आप 12वीं के बाद एक शिक्षक बनना चाहते हैं। तो आप हमारे द्वारा बताए जा रहे स्टेप को फॉलो कर सकते हैं। हम आपको नीचे कुछ आसान से स्टेप बताने वाले हैं जिससे आपको 12वीं के बाद शिक्षक बनने में काफी मदद मिलेगी। 

  • 12वीं के बाद आप अपने पसंदीदा सब्जेक्ट का चुनाव करें और ग्रेजुएशन पास करें। आपको इस बात का ध्यान रखना है कि आप ग्रेजुएशन में 50% से ज्यादा अंक लाए। 
  • उसके बाद आप किसी b.ed कॉलेज में नामांकन कारण और b.ed की डिग्री प्राप्त करें। 
  • उसके बाद हर राज्य में आने वाली शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षाओं के आवेदन का इंतजार करें। 
  • जैसे ही सरकारी शिक्षक की भर्ती के लिए आवेदन आ रहा है आप तुरंत उस आवेदन को भरे। 
  • उसके बाद परीक्षा की तिथि को परीक्षा भवन में जाकर ठीक तरह से परीक्षा दें। 
  • अगर आप परीक्षा देने में कामयाब होते हैं तो आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। 
  • इंटरव्यू के दौरान आपसे कुछ सवाल जवाब किए जाएंगे। अगर आप सवालों की सही जवाब देते हैं और इंटरव्यू पास कर लेते हैं। 
  • फिर उसके बाद आपको जॉइनिंग लेटर के तहत सरकारी टीचर के रूप में नियुक्त किया जाएगा। 
  • अब आप अपने निर्धारित जगह पर जाकर बच्चों को शिक्षा दे सकते हैं। 

सरकारी टीचर की वैकेंसी कब आती है?

सरकारी टीचर की भर्ती सरकार द्वारा तभी निकल जाती है जो उसको शिक्षकों की आवश्यकता पड़ती है। इसलिए उन सभी उम्मीदवारों को भारती से संबंधित जानकारी हमेशा प्राप्त करती रहनी है जो शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे हैं। जैसे ही सरकार द्वारा भर्ती निकली जाए वह तुरंत भर्ती में शामिल होने के लिए आवेदन कर दें। 

सरकारी टीचर की भर्ती तो जरूर के हिसाब से निकलती है लेकिन CTET परीक्षा को साल में दो बार सीबीएसई बोर्ड के द्वारा आयोजित कराया जाता है। उम्मीदवार चाहे तो इस परीक्षा को भी पास कर शिक्षक बन सकते हैं और बच्चों को पढ़कर अच्छे पैसे कमा सकते हैं। 

Salary for Sarkari Teacher | सरकारी शिक्षक की सैलरी कितनी होती है 

सरकारी शिक्षक की सैलरी उनके पद पर निर्भर करती है। जो शिक्षक एक से पांच कक्षा के बच्चों को पढ़ाते हैं उन्हें सरकार द्वारा ₹25000 दिए जाते हैं। इसके अलावा जो 6 से 8 तक के बच्चों को पढ़ाते हैं उन्हें सरकार पढ़ने के बदले 28000 रुपए देती है। 

जिन शिक्षकों को 9 और 10 कक्षा के बच्चों को पटाने की अनुमति दी गई है उन्हें सरकार 31 हजार रुपए तनख्वाह देती है। इसके अलावा जो लोग 11वीं और 12वीं के बच्चों को पढ़ाते हैं उन्हें ₹32000 सरकार द्वारा तनख्वाह मिलते हैं। यह तनख्वाह समय के साथ बढ़ता जाता है। 

Benefits of Sarkari Teacher | सरकारी शिक्षक बनने के फायदे 

जो उम्मीदवार सरकारी शिक्षक बनने के लिए तैयारी कर रहे हैं। उन्हें सरकारी शिक्षक बनने के बाद कई फायदे मिलने वाले हैं। आइए हम उन फायदो के बारे में आपको अच्छे से बताते हैं। 

  • सबसे पहले तो आपको बच्चों को पढाने का और उन्हें सही रास्ता दिखाने का मौका मिलेगा। 
  • आपको पढ़ने की बदले हर महीने सरकार द्वारा अच्छी वेतन दी जाएगी। 
  • आपको हर हफ्ते रविवार को छुट्टी दी जाएगी और सैटरडे को हाफ डे की ड्यूटी करनी पड़ेगी। 
  • इसके अलावा आपको साल भर में आने वाले सभी त्यौहार को छुट्टी मिलेगी। 
  • आप एक शिक्षक हैं तो आपको समझ में इज्जत मिलेगा। 

FAQ

Q. क्या शिक्षक बनने के लिए b.ed करना आवश्यक है?

जी हां जो उम्मीदवार शिक्षक बनना चाहते हैं उनके लिए b.ed करना अति आवश्यक है। 

Q. सरकारी शिक्षकों की सैलरी कितनी होती है? 

सरकारी शिक्षकों की सैलरी 25000 से 32000 के बीच होती है। इनकी सैलरी दिन प्रतिदिन बढ़ती जाती है। शिक्षकों की नौकरी जितनी ज्यादा पुरानी होती है इनको उतना ही ज्यादा तनख्वाह सरकार द्वारा मिलता है। 

Q. सरकारी शिक्षक बनने के लिए उम्र सीमा कितनी है?

सरकारी शिक्षक बनने के लिए उम्मीदवारों की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष और अधिकतम उम्र 37 वर्ष होनी चाहिए। कुछ खास वर्ग के लोगों को आरक्षण के अंतर्गत छुट गई है। 

निष्कर्ष 

आज हमने आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से Sarkari Teacher Kaise Bane से संबंधित लगभग सारी जानकारी दी है। हमने आपको स्टेप बाय स्टेप बताया है कि आप सरकारी टीचर बनने के लिए आसानी से कैसे तैयारी कर सकते हैं और कैसे एक सफल सरकारी टीचर बन सकते हैं। इसके अलावा हमने आपको सरकारी टीचर को मिलने वाले फायदे और उनके तनख्वाह से संबंधित जानकारी दी है। अगर यह लेख आपको पसंद आया तो आप इसे अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ-साथ अपने सोशल मीडिया पर शेयर अवश्य करें। 

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